The Basic Principles Of भारत में क्रिप्टो माइनिंग प्लेटफॉर्म



हम देशभक्त लोग हैं और हम देश का सम्मान और बढ़ाना चाहते हैं."

विगत वर्षों के प्रश्नपत्र सामान्य अध्ययन (प्रारंभिक परीक्षा)

ये एक तरह की डिजिटल मुद्रा है और किसी भी सरकार या किसी बैंक का इस पर कोई अख़्तियार नहीं है.

मुख्य परीक्षा (वर्षवार) मुख्य परीक्षा (विषयानुसार) वीडियो सेक्शन मेन्स (जी.एस.) डिस्कशन

मोल्दिर बताती हैं, "कज़ाख़स्तान में मेरे बिज़नेस और इस इंडस्ट्री में गज़ब की तरक्की हुई है, ख़ासकर पिछले एक साल में. मेरी सुबह की शुरुआत एक बिटकॉइन की क़ीमत चेक करने के साथ शुरू होती है कि ये कितना बढ़ा है.

रैट होल माइनर्स को संकीर्ण सुरंगों और कोयले के गड्ढों के अंदर खोदने में विशेषज्ञता हासिल है. 

बिटकॉइन जैसी करेंसी का भविष्य भारत में कब तय करेगी सरकार?

ये मालूम नहीं है कि इसमें कितनी बिजली ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों से मिलती है लेकिन डाना येरमोलिनोक जैसी पर्यावरणदियों का कहना है कि कज़ाख़स्तान जैसे देशों में केवल दो फ़ीसदी बिजली ही ग़ैरपरंपरागत स्रोतों से हासिल होती है.

शेयर्ड वेब होस्टिंगलघु और मध्यम व्यवसायों के लिए

नई दिल्ली, रायटर्स। भारत में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों के लिए एक बुरी खबर है। देश में क्रिप्टोकरेंसी को बैन कर दिया जाएगा, इसके अलावा इसकी ट्रेडिंग, माइनिंग, ट्रांसफर और होल्डिंग को कानूनन अपराध बनाया जा सकता है। सरकार ऐसे बिल पर काम कर रही है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। अधिकारी के मुताबिक, क्रिप्टोकरेंसी के ट्रांसफर, होल्डिंग, माइनिंग और ट्रेडिंग पर सख्त सजा हो सकती है.

यह एप्लिकेशन तब भी कुशलतापूर्वक काम करता है जब आपका पीसी निष्क्रिय हो।

जर्मनी और स्विटज़रलैंड जैसे देशों ने बिटकॉइन को "भुगतान के कानूनी साधन" के रूप में मान्यता दी है।

इस समझौते के माध्यम से जो डेटा प्राप्त होगा, उससे यह पता चल सकेगा कि खनन स्थलों से कितना रेत कानूनी और अवैध तरीके से निकाला गया है। इस सिस्टम से बांधों में जमा रेत का भी पता लगाया जा सकेगा कि बारिश से पहले कितनी फुट रेत थी और बाद में कितनी फुट जमा हुई है।


राहुल गांधी के बुलावे पर रामचेत ने की मुंबई की हवाई यात्रा, धरावी में सीखे व्यवसाय बढ़ाने के क्रिप्टो निवेश 2025 गुर

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